देश की करेंसी से नहीं बदलेगी गांधी जी की तस्वीर, RBI ने बताया ऐसी खबरों फेक | Gandhi Ji Photo Change On Indian Currency Fake News

सोशल मीडिया पर अक्सर फेक न्यूज़ बहुत जल्दी वायरल हो जाती हैं. इस बार भी गांधी जी की तस्वीर को भारतीय करेंसी से हटाई जाने वाली न्यूज़ वायरल हुई है. जिसमें दावा किया जा रहा था कि जल्दी ही भारतीय करेंसी (Currency) या बैंकनोट्स (Banknotes) पर महात्मा जी की तस्वीर नहीं रहेगी. RBI जल्दी ही गांधी जी की तस्वीर की जगह प्रसिद्ध रवींद्र नाथ टैगोर और मिसाइल मैन कहे जाने वाले भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की फोटो को छापने जा रहा है. इस खबर कोई भारतीय रिज़र्व बैंक पूरी तरह से फेक बताया है.

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आरबीआई ने किया खबर का खंडन

RBI ने भारतीय नोटों से गाँधी जी तस्वीर हटाने की खबर का खंडन किया है. रिज़र्व बैंक का कहना है कि गाँधी जी तस्वीर बदलने जैसे कोई घोषणा बैंक ने नहीं की है.आरबीआई ने एक बयान में कहा कि मीडिया के कुछ वर्गों में ऐसी खबरें आई हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक महात्मा गांधी के चित्र को बदला जा सकता है. ये भी कहा जा रहा है कि तस्वीर को अन्य लोगों के साथ बदलकर मौजूदा मुद्रा और बैंक नोटों में बदलाव करने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है. बैंक ने बयान में कहा कि रिजर्व बैंक में ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है. और बैंक इस तरह का कोई भी कदम उठाने नहीं जा रहा है

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इस ख़बर पर RBI ने दी सफ़ाई

मीडिया के एक वर्ग अलग-अलग संचार के माध्यमों में खबर चलाई थी कि आरबीआई और सिक्योरिटी प्रिंटिंग, एँड मीटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SPMCIL) ने महात्मा गांधी, रवींद्रनाथ टैगोर और एपीजे कलाम वाले दो अलग अलग वाटरमार्क सेट्स को चुना है और आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर दिलीप टी साहनी को भेजकर उसमें से एक चुनने के लिए भेजा है. इसके बाद प्रस्ताव को सरकार के सामने रखा जा सके. जिस पर अंतिम फैसला सरकार लेगी. रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में आरबीआई की इंटर्नल कमिटी ने महात्मा गांधी के अलावा रवींद्रनाथ टैगोर और एपीजे कलाम के चेहरे वाले नोट छापने की सिफारिश की थी

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यह वेबसाइट 2021 में कमल जोशी(Kamal Joshi) के द्वारा बनाई गई है. कमल जोशी पिछले 6 सालों में अलग-अलग मीडिया संस्थानों में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने किसानों और फाइनेंस संबधित कई रिपोर्ट्स पर काम किया है साथ ही उनके द्वारा लिखे गए लेख विश्वसनीयता की हर कसौटी पर खरे उतरते हैं.

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