स्वास्थ्य बीमा के 7 महत्वपूर्ण लाभ| Health Insurance Benefits in Hindi

संसार में आये हर व्यक्ति का जीवन महत्वपूर्ण होने के साथ ही अमूल्य भी है,क्योंकि हर व्यक्ति के जीवन से कई जिंदगियां जुड़ी होने के साथ ही उनपर आश्रित भी हैं.समाज में बीमारियों से जुड़ी कई भ्रांतियां प्रचलित हैं. लोगों को लगता है कि बीमारियां केवल बुजुर्गों को ही होती हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. आज कल का भोजन और जीवन शैली व्यक्ति को बुजुर्ग होने से पहले ही बीमार कर रहे हैं और किसी भी प्रकार के रोग की गिरफ्त में आने पर ईलाज में हमें काफी पैसें खर्च करने पड़ते हैं. बीमारी का ईलाज करने और जीवन बचाने के लिए हमें स्वास्थ्य बीमा लेना चाहिए. इस लेख के माध्यम से क्रेडिटकर डॉट कॉम की टीम आपकों हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़ी हर जानकारी मुहैया कराएगी.

स्वास्थ्य बीमा क्या है?(What is Health Insurance in hindi)

स्वास्थ्य बीमा एक तरीक़े का करार या कांट्रेक्ट है जो पॉलिसी धारक और बीमा कंपनी से बीच होता है. जिसमें बीमा कंपनी पॉलिसी धारक या पॉलिसी में कवर अन्य व्यक्ति के बीमार होने पर उनके चिकित्सा खर्चों का भुगतान अस्पताल को करती  है. इसमें अस्पताल में भर्ती होने, उपचार, सर्जरी अंग प्रत्यारोपण जैसी सुविधाएं शामिल हैं. इसके ऐवज में पालिसी धारक बीमा कंपनी को प्रीमियम का भुगतान अगल-अलग तरीक़े से करता है. हेल्थ इंश्योरेंस सरकारी या निजी कंपनी से आय, ज़रूरत और सहुलियत के अनुसार ख़रीदा जा सकता है.

स्वास्थ्य बीमा क्यों लेना चाहिए?(Why should you get health insurance in Hindi)

  • हेल्थ इंश्योरेंस की मदद से अस्पताल से जुड़ें खर्चों की चिंता खत्म हो जाती है.
  • बीमारी के ईलाज के चलते व्यक्ति या परिवार की वित्तीय सेहत नहीं बिगड़ती.
  • ईलाज के खर्चे के लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ता है.
  • पैसों की दिक्कत के चलते ईलाज में देरी नहीं होती है.
  • अच्छे और बेहतरीन अस्पतालों में ईलाज कराने की सुविधा मिलती है.

स्वास्थ्य बीमा के प्रकार((Types of Health Insurance in Hindi)

  • व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा
  • फैमिली फ्लोटर स्वास्थ्य बीमा
  • सीनियर सिटीजन स्वास्थ्य बीमा
  • प्रेग्नेंसी बीमा
  • ग्रुप इंश्योरेंस

स्वास्थ्य बीमा के फायदे (Benefits of Health Insurance in Hindi)

  • Cashless Treatment – इसमें आप अपना इलाज़ बिना पैसे दिए बीमा कंपनियों के नेटवर्क अस्पतालों में करा सकते हैं। सभी बिमा कंपनियों के कुछ अस्पतालों के साथ में contact होता है जिसे नेटवर्क कहा जाता है और यह सेवा हमें पैसों की तंगी के समय में काफी मददगार साबित होती है साथ ही हमारी savings पर भी इसका प्रभाव नहीं पड़ता।
  • Pre & Post Hospitalization coverage – बीमा के इस कवरेज में आपके hospitalize होने के कुछ दिन पहले और कुछ दिन बाद तक दवाइयों तथा अस्पताल के खर्चों का भुगतान बीमा कंपनी के द्वारा किया जाता है जिसमे hospitalization के पहले तथा बाद की समय सीमा बीमा कंपनियों द्वारा तय की जाती है।
  • Day-Care Benefits – आज के समय में बहुत सी ऐसी बिमारियां हैं जिनके लिए अस्पताल में चौबीस घंटे रहने की आवश्यक्ता नहीं होती और 8-10 घंटो में ही मरीज को discharge कर दिया जाता है कुछ इलाज़ जो की Day-Care Treatment के अंतर्गत आते हैं – मोतियाबिंद, कीमोथेरपी, रेडियोथेरपी आदि जिन्हे इस सुविधा के अंतर्गत बीमा में कवर किया जाता है।
  • Add-on Cover Benefits – इसके अंर्तगत आप कम प्रीमियम भुगतान पर अतिरिक्त राशि को बीमा की राशि में जोड़ दिया जाता है जो की आपको इलाज़ के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है साथ ही कुछ ऐसी सुविधाएं भी मिलती हैं जो की सामान्य रूप से बीमा में कवर नहीं की जाती इसी लिए इस विकल्प को चुनना फायेदमंद साबित होता है। कई प्रकार के Add-on कवर होते हैं –
  • Critical illness cover
  • Personal accident cover
  • Room rent waiver
  • Hospital cash cover
  • Maternity cover
  • Global coverage
  • OPD care
  • Ayush treatment
  • Ambulance facility
  • No Claim Bonus (NCB) – जब आप किसी भी एक बीमा कंपनी द्वारा अपना बीमा लेते हैं तथा उसी कंपनी के द्वारा अपने बीमा को प्रीमियम देकर लेते रहते हैं तब बीमा कंपनियों द्वारा No Claim Bonus (NCB) अपने ग्राहकों को दिया जाता है जिसमें प्रीमियम की राशि कुछ प्रतिशत कम कर दी जाती है जिसका फायदा ग्राहकों को मिलता है।
  • Free Medical check-up – बीमा कंपनियों द्वारा अपने ग्राहकों को Free Medical check-up की सुविधा भी दी जाती है जिसके चलते ग्राहक अपना Medical check-up बीमा कंपनी के नेटवर्क अस्पतालों में करा सकते हैं।
  • Tax Savings (Section-80D) – यदि आप Health Insurance लेते हैं तो आपको Tax में Section-80D के तहत छूट भी मिलती है।

यह वेबसाइट 2021 में कमल जोशी(Kamal Joshi) के द्वारा बनाई गई है. कमल जोशी पिछले 6 सालों में अलग-अलग मीडिया संस्थानों में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने किसानों और फाइनेंस संबधित कई रिपोर्ट्स पर काम किया है साथ ही उनके द्वारा लिखे गए लेख विश्वसनीयता की हर कसौटी पर खरे उतरते हैं.

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