क्रेडिट कार्ड फ्रॉड कैसे होता हैं, 7 तरीके जानकर हैरान रह जायेंगे

क्रेडिट कार्ड फ्रॉड कैसे होता हैं:आरबीआई के अनुसार देश में करीब 8 करोड़ क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ता हैं. ज्यादा संख्या में क्रेडिट कार्ड उपयोकर्ता होने साथ-साथ देश के लोगों साथ क्रेडिट कार्ड की धोखाधड़ी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. आये दिन अखबारों में क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से जुड़ी खबरें छपती रहती है.

ये स्कैमर क्रेडिट कार्डधारक को अपने जाल में फंसाने के लिए नए और एडवांस तरीके अपनाते रहते हैं. ये लोग ऑनलाइन और ऑफलाइन किसी भी प्रकार से फ्रॉड करने में सक्षम होते हैं.इन लोगों के झांसे में किसी भी उम्र और इनकम का इंसान आ जाता है. यदि हमें उनके फ्रॉड करने के तरीकों की जानकारी नहीं होगी तो हम कार्ड की धोखाधड़ी से नहीं बच पाएंगे.

इस लेख में हम क्रेडिट कार्डधारकों के साथ फ्रॉड में इस्तेमाल होने वाले ऐसे ही स्मार्ट और एडवांस तरीकों को साझा करेंगे. जिन्हें जानने के बाद आप क्रेडिट कार्ड स्कैमर के जाल में फंसने से बच सकते हैं.

क्रेडिट कार्ड फ्रॉड कैसे होता हैं
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड कैसे होता हैं

इस लेख में हम आपको क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी कैसे की जाती है की जानकारी तो देंगे ही साथ ही आपको क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के प्रकार भी बतायेंगे और उनसे बचने के बेहतरीन उपाय भी बतायेंगे.

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क्रेडिट कार्ड फ्रॉड क्या होता है

जब कोई स्कैमर आपकी जानकारी या मर्जी के बिना आपके क्रेडिट कार्ड का नंबर और पिन या आपका क्रेडिट कार्ड चुरा लेता है और उससे ट्रांजैक्शन करने लगता है तो उसे क्रेडिट कार्ड फ्रॉड कहा जाता है.

जब कोई व्यक्ति किसी और के क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स का अवैध रूप से इस्तेमाल व्यक्तिगत तौर पर करता है तो भी उसे क्रेडिट कार्ड फ्रॉड की श्रेणी में रखा जाता है.

क्रेडिट कार्ड फ्रॉड को परिभाषित करने से ज्यादा कैसे होता है और कैसे बचा जायें जानना ज़रूरी है.

क्रेडिट कार्ड फ्रॉड कैसे होता हैं

वैसे तो क्रेडिट कार्ड स्कैमर फ्रॉड करने के लिए रोज नए तरीके की खोज करते हैं लेकिन हम आपको स्कैमर के द्वारा सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले तरीके की जानकारी दे रहे हैं.

#1-टैप टू पे के जरिये क्रेडिट कार्ड फ्रॉड

टैप टू पे तरीका स्कैमर द्वारा फ्रॉड के लिए अपनाया जाने वाले तरीकों में सबसे आसान तरीका है. क्रेडिट कार्ड कंपनियां हमें बिना पिन डालें POS मशीन को टच करते ही पेमेंट करने की सुविधा देंती हैं. ये स्कैमर इसी चीज़ का फायदा उठाते हैं और क्रेडिट कार्ड फ्रॉड को अंजाम देते हैं.

यदि हमारे क्रेडिट कार्ड में टैप टू पे की सुविधा एक्टिवेटड होगी और हम माल या भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाते हैं तो ये स्कैमर POS मशीन को हमारे क्रेडिट कार्ड से टच करा देते है और इस प्रकार हमारे क्रेडिट कार्ड से बिना हमारी मर्जी से पैसा कट जाता है.

#2-स्किमिंग के ज़रिये क्रेडिट कार्ड फ्रॉड

यह क्रेडिट कार्ड्स से फ्रॉड करने का एडवांस तरीका है इस तरीके में स्कैमर एटीएम मशीन या मर्चेंट की स्वाइपिंग मशीन के कार्ड रीडर प्लाट में एक डिवाइस लगा देते हैं और स्कैमर आपके कार्ड की सारी डिटेल को स्कैन कर लेते हैं. इसके साथ ही वह आपके पिन को जानने के लिए छोटे से कैमरे का इस्तेमाल करते हैं. इस तरह स्कैमर्स के पास हमारे कार्ड की डिटेल के साथ-साथ हमारा पासवर्ड भी चला जाता है और वह हमारे पासवर्ड और कार्ड की डिटेल का अवैध रूप से इस्तेमाल करते हैं.

#3-बिल की वजह से स्कैम्स

जब भी आप पूरे क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स के साथ कार्ड बिल्स और अन्य दस्तावेजों को कूड़ा समझ कर फेंक देते हैं. तब यही कूड़ा समझ कर फेंके गए कागजात स्कैमर्स के लिए मालामाल होने का जरिया बन सकते हैं. आपको आपके क्रेडिट कार्ड की पूरी डिटेल के साथ मौजूद बिल्स और कागजात को पब्लिक प्लेसेस में फेंकने से बचना चाहिए. यदि आप उन्हें फेंक भी रहे हैं तो उन्हें अच्छी तरह से नष्ट करके फेंके ताकि आप की डिटेल्स का कोई नाजायज फायदा ना उठा सके.

#4-क्रेडिट कार्ड चोरी या खोने पर फ्रॉड

अक्सर स्कैमर खोए हुए कई कार्ड को प्राप्त कर कर या चोरी कर कर फ्रॉड करने की कोशिश करते हैं. स्कैमर यहां पर आपके क्रेडिट कार्ड में एक्टिवेटेड टैप टू पे की सुविधा का लाभ उठाते हैं. स्कैमर अवैध रूप से प्राप्त आपके क्रेडिट कार्ड को किसी भी पीओएस मशीन पर टैप करके ट्रांजैक्शन कर सकते हैं. इसके साथ ही वो ऑनलाइन स्कैम करने के लिए भी आपके क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं.

#5-हैकिंग के के जरिए स्कैम

यह क्रेडिट कार्ड से फ्रॉड करने का सबसे एडवांस तरीका है. इस तरीके में स्कैमर उन कंपनियों को हैक कर लेते हैं जिनके साथ आपके ट्रांजैक्शंस हुए हैं या आपको क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड करने वाली कंपनियों को ही हैक कर लेते हैं. इसके बाद हैकर आपके क्रेडिट कार्ड या बैंक से जुड़ी सभी जानकारियां हासिल कर लेते हैं और आपके डेटा या क्रेडिट कार्ड का अवैध रूप से इस्तेमाल करते हैं.

#6-एप्लीकेशन के माध्यम से क्रेडिट कार्ड फ्रॉड

इस तरीके से फ्रॉड करने के लिए स्कैमरआपकी पर्सनल जानकारी जैसे कि आपका घर का पता, आपका मोबाइल नंबर आदि जानकारी को हासिल कर लेते हैं और फिर आपकी पर्सनल जानकारी के अनुसार क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर देते हैं. इसके बाद आपको बिना पता लगे ही एक नया क्रेडिट कार्ड आपके नाम पर जारी हो जाता है. अब आपके नाम से जारी हो गए क्रेडिट कार्ड का स्कैमर अवैध इस्तेमाल करते हैं.

#7-फिशिंग के जरिए फ्रॉड

यह स्कैमर द्वारा उपयोग किया जाने वाला सबसे पॉपुलर तरीका है. इस तरीके में स्कैमर क्रेडिट कार्ड होल्डर्स को बैंक की तरफ से फेक मेल या एसएमएस भेजते हैं और उन्हें s.m.s. या मेल में भेजे के लिंक को क्लिक करने के लिए मजबूर करते हैं.

क्रेडिट कार्ड फ्रॉड कितने प्रकार के होते हैं

क्रेडिट कार्ड फ्रॉड मुख्य रूप से 7 प्रकार के होते हैं लेकिन स्कैमर रोजाना नए-नए तरीके इजाजत करते रहते हैं.

  1. टैप टू पे के जरिये क्रेडिट कार्ड फ्रॉड
  2. फिशिंग के जरिए फ्रॉड
  3. हैकिंग के के जरिए स्कैम
  4. एप्लीकेशन के माध्यम से क्रेडिट कार्ड फ्रॉड
  5. बिल की वजह से स्कैम्स
  6. क्रेडिट कार्ड चोरी या खोने पर फ्रॉड
  7. स्किमिंग के ज़रिये क्रेडिट कार्ड फ्रॉड

क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से बचने के तरीके

हम आपको क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से बचने के कुछ आसान और प्रमाणित तरीके बता रहे हैं आप इन तरीकों को अपनाकर स्कैबार्ड्स को चकमा दे सकते हैं.

#1-संदिग्ध वेबसाइट के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ना करें

संदिग्ध वेबसाइट को पहचानने का सबसे आसान और स्मार्ट तरीका है कि यदि आप किसी वेबसाइट के यूआरएल के आगे लॉक बना हुआ ना देखें तो आप समझ जाएं कि यह वेबसाइट संदिग्ध वेबसाइट है. गूगल बिना एसएसएल सर्टिफिकेट वाली वेबसाइट को संदिग्ध मानता है. यदि आप इस तरह की की वेबसाइट में अपनी कार्ड की डिटेल्स या अन्य जानकारी भरते हैं तो काफी चांस है कि आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारी का अवैध इस्तेमाल हो.

#2-जीरो लॉस्ट कार्ड लायबिलिटी सुविधा का इस्तेमाल करें

लगभग सभी क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर अपने खाताधारकों को फ्रॉड प्रोटेक्शन के लिए जीरो लॉस्ट कार्ड लायबिलिटी की सुविधा देती हैं. यदि आप वक्त पर अपने क्रेडिट कार्ड के खोने की जानकारी कंपनी को दे देते हैं तो उसके बाद होने वाले किसी भी ट्रांजैक्शन के लिए आप जिम्मेदार नहीं होते हैं.

#3-आरबीआई से करें शिकायत

यदि आपके साथ हुए फ्रॉड में बैंक या क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है तो आप इसकी शिकायत आरबीआई से कर सकते हैं. इसके लिए आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का सहारा ले सकते हैं आपको आरबीआई के पोर्टल पर जाकर शिकायत दर्ज करानी होगी. https://cms.rbi.org.in/cms/indexpage.html#

या आप इस नंबर 14440 पर कॉल कर सकते हैं. आप चाहे तो मेल के जरिये भी आरबीआई से शिकायत कर सकते हैं. आपको [email protected] पर अपनी शिकायत मेल करनी होगी.

#4-कार्ड ब्लॉक करें

यह क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से बचने के सबसे सुरक्षित तरीकों में से एक है. इस तरीके को अपनाकर आप क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से बच सकते हैं. आपको अपने संबधित बैंक में कार्ड के खोने या चोरी होने की शिकायत 24 घंटों के भीतर करनी होगी तभी आप क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से बच सकते हैं.

#5-FIR दर्ज करायें

यदि आपके साथ क्रेडिट कार्ड फ्रॉड हो ही गया है तो आपको इसकी शिकायत बैंक और पुलिस दोनों को करनी चाहिये .

क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से जुड़े सवाल

क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी कितनी बार पकड़ी जाती है?

इस सवाल का जवाब सुनकर आपको निराशा हो सकती है लेकिन क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी केवल 1% बार ही पकड़ी जाती है.

क्या क्रेडिट कार्ड चोरी होना आम बात है?

आज के दौर में क्रेडिट कार्ड चोरी होना आम बात है लेकिन क्रेडिट कार्ड चोरी होने बाद भी नुकसान न होने के लिए हमें कुछ स्टेप्स उठाने पड़ते हैं जो हमने इस लेख में बताएं हैं.

यदि कोई आपके क्रेडिट कार्ड का धोखे से उपयोग करता है तो क्या होता है?

यदि कोई आपके क्रेडिट कार्ड का धोखे से इस्तेमाल करता है तो उसे फ्रॉड ही माना जायेगा. आप चाहे तो उसके खिलाफ लीगल एक्शन ले सकते हैं. आप चाहे तो बैंक से भी शिकायत कर सकते हैं यदि बैंक आपकी बात सुनने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है तो आप आरबीआई से शिकायत कर सकते हैं.

निष्कर्ष

इस लेख में हमने क्रेडिट कार्ड फ्रॉड कैसे होता हैं की जानकारी को विस्तार से देने की कोशिश की है साथ ही हमने क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी से बचने के तरीके भी बताएं हैं. यदि आप एक क्रेडिट कार्डधारक हैं और भविष्य में क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से बचना चाहते हैं तो हमारे द्वारा बताएं गये तरीकों को अपनाएं. आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट कर के बताएं. यदि लेख अच्छा लगा हो तो लेख को अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ शेयर करें.

यह वेबसाइट 2021 में कमल जोशी(Kamal Joshi) के द्वारा बनाई गई है. कमल जोशी पिछले 6 सालों में अलग-अलग मीडिया संस्थानों में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने किसानों और फाइनेंस संबधित कई रिपोर्ट्स पर काम किया है साथ ही उनके द्वारा लिखे गए लेख विश्वसनीयता की हर कसौटी पर खरे उतरते हैं.

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