Credit Card Kya Hota Hai:हम में से अधिकतर लोगों ने क्रेडिट कार्ड के बारे में तो अवश्य सुना ही होगा. लेकिन सुनने भर मात्र से हम क्रेडिट कार्ड के बारे में सबकुछ नहीं जान लेते. हमारे में मन में क्रेडिट कार्ड से जुड़ें कई डाउट फिर भी रहते ही हैं. हम से कई लोग आज भी क्रेडिट कार्ड को डेबिट कार्ड या ATM कार्ड ही समझ लेते हैं.
यदि आप भी कुछ ऐसा समझते हैं तो इस लेख के माध्यम से हम आपको क्रेडिट कार्ड के बारे में A To Z जानकारी देने जा रहे हैं. यदि आप क्रेडिट कार्ड बनवाने जा रहे हैं या आलरेडी आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो यह लेख आपके के लिए क्रेडिट कार्ड की गीता, कुरान और बाइबिल साबित होने जा रहा है.
वैसे साधारण शब्दों क्रेडिट कार्ड एक प्रकार का उधार कार्ड है जिसमें हमें बैंक द्वारा एक लोन अमाउंट या एक तय राशि की लिमिट दी जाती है. इस अमाउंट या पैसे की लिमिट से हम खरीदारी कर सकते हैं, बिल पे कर सकते हैं, घर का रेंट भी भर सकते हैं और क्रेडिट कार्ड से पैसे भी कमा सकते हैं.

इस लेख में हम जानेंगे Credit Card Kya Hota Hai, क्रेडिट कार्ड की शुरुआत कब हुई और उसके उपयोग.
क्रेडिट कार्ड क्या होता है( Credit Card Kya Hota Hai)
क्रेडिट कार्ड बैंक या वित्तीय सस्थाओं द्वारा जारी किया जाने वाला वह कार्ड होता है, जिसमें हमें बैंक या वित्तीय सस्थाओं द्वारा तय की गयी राशि या रकम को मन चाहे तरीके से खर्च करने की अनुमति होती है.
यह एक तरीके का लोन ही होता है जिसकी लिमिट बैंक द्वारा आपकी सैलरी या व्यवसाय के आधार पर तय की जाती है. यह एक तरीके का लोन ज़रूर होता है लेकिन इसमें पैसा आपके सेविंग खाते में नहीं होता है बल्कि कार्ड में होता है. भले ही कार्ड किसी भी बैंक या वित्तीय संस्थान का क्यों न हो. आप कार्ड से अकाउंट में पैसा ट्रान्सफर कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको अलग से शुल्क चुकाना पड़ता है. उम्मीद करते हैं Credit Card Kya Hota Hai आपको अच्छे से समझ आ गया होगा.
क्रेडिट कार्ड की शुरुआत कब हुई (Credit Card Ki Shuruaat Kab Hui)
क्रेडिट कार्ड की शुरुआत 1958 में कैलिफोर्निया में हुई थी. ‘बैंक ऑफ़ अमेरिका’ ने दुनिया के पहले क्रेडिट कार्ड को लॉन्च किया था. आज हम ‘बैंक ऑफ़ अमेरिका’ को वीजा कंपनी के नाम जानते हैं. क्रेडिट कार्ड की शुरुआत एक एक्सपेरीमेंट के तौर पर हुई थी जिसे कंपनी ने ‘दी ड्राप’ का नाम दिया था. कंपनी ने डांक द्वारा कैलिफोर्निया के लोगों को 60 हज़ार कार्ड भेजे थे. इस कार्ड की मदद से लोगों को बिना कुछ किये ही 5000 डॉलर की क्रेडिट लिमिट मिल गयी थी. अब इस इस राशि को वो बिना बैंक जाये ही खर्च कर सकते थे.
क्रेडिट कार्ड का उपयोग( Credit Card Uses In Hindi)
आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग ज़रूरत के अनुसार लगभग हर जगह किया जा सकता हैं लेकिन इसके चार्जेज अलग-अलग जगह पर अलग-अलग हो सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप बिजली का बिल भर सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप गाड़ी या बाइक में फ्यूल भरा सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से मोबाइल रिचार्ज कर सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप मोबाइल खरीद सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप ऑनलाइन और ऑफलाइन शॉपिंग कर सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप हॉस्पिटल का बिल भर सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप गोल्ड खरीद सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप बाइक खरीद सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप घर का रेंट पे कर सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से बीमा खरीद सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप लैपटॉप और टीवी भी खरीद सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप पैसे भी कमा सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप लोन ले सकते हैं.
- क्रेडिट कार्ड से आप सिबिल स्कोर(Credit Score) भी बढ़ा सकते हैं.
- ज़रुरत पड़ने पर हम क्रेडिट कार्ड से पैसे भी निकाल सकते हैं
क्रेडिट कार्ड के लाभ(Credit Card Benefits In Hindi)
वैसे देखा जाये तो क्रेडिट कार्ड के लाभ ही लाभ हैं. क्रेडिट कार्ड आपातकाल में न केवल आपके के लिए मददगार साबित हो सकता है बल्कि स्मार्टली पैसे भी कमा कर दे सकता है. चलिए जानते हैं लाभ.
#1-आपका सिबिल स्कोर बढ़ाने में करेगा मदद
आमतौर पर हर भारतीय का क्रेडिट स्कोर यानि सिबिल स्कोर अच्छा नहीं होता है और हम से अधिकतर लोगों का क्रेडिट स्कोर तो जेनरेट भी नहीं हुआ होता है. कोई भी बैंक हमारा सिबिल स्कोर देखकर ही हमें लोन देता हैं. क्रेडिट स्कोर एक तरीके का पैमाना है जिसमें यह देखा जाता है जो भी पैसा आपने बैंक से लोन के तौर पर लिया है उसे तय समय पर चुकाया है या नहीं.
इसी के अनुसार बैंक आपको लोन देते हैं और इसी बात पर निर्भर भी करता है कि आपको भविष्य में कितना लोन दिया जायेगा. यदि आप अपना क्रेडिट स्कोर बढ़ाना चाहते हैं तो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना शुरू करें. आप अपनी क्रेडिट लिमिट का 50% से कम उपयोग करें. यानि आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट यदि 50 हज़ार है तो हर महीने 25 हज़ार से कम पैसे का ही इस्तेमाल करें. ऐसा करने से आपका क्रेडिट स्कोर तो बढ़ेगा ही साथ ही आपकी क्रेडिट लिमिट 50 हज़ार से बढ़कर 80 हज़ार भी हो सकती है.
#2-रिवॉर्ड पॉइंट्स की होगी बारिश
यदि आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सही तरीके से करते हैं तो आपको हर खरीदारी या ट्रांजेक्शन पर रिवॉर्ड पॉइंट्स प्राप्त होते हैं. इस रिवॉर्ड पॉइंट को आप बाद में कैश भी करा सकते हैं. अलग-अलग क्रेडिट कार्ड कंपनियां अलग-अलग रिवॉर्ड पॉइंट देते हैं. आमतौर पर 100 रूपये खर्चने पर आपको 4 रिवॉर्ड पॉइंट मिलते हैं.
यदि आपने 1000 रूपये खर्च किये तो आपने 40 रिवॉर्ड पॉइंट्स कमा लिए. किसी क्रेडिट कार्ड कम्पनी में प्रत्येक रिवॉर्ड पॉइंट्स की वैल्यू 20 पैसा भी किसी में 50 पैसा भी. यह अलग-अलग बैंक के क्रेडिट कार्ड निर्भर करता है.
#3-आपातकाल में किसी के आगे नहीं फ़ैलाने पड़ेंगे हाथ
यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड है और उसकी लिमिट अच्छी खासी है तो सच में आपको कभी भी किसी आर्थिक परेशानी में किसी के आगे पैसों के लिए हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा. यदि लिमिट कम भी हो तो आप छोटे-मोटे काम क्रेडिट कार्ड की मदद से आसानी से सुलझा लेंगे और खर्च किये गये पैसों के बोझ को कम करने के लिए आप खर्च राशि को EMI में भी कन्वर्ट कर सकते हैं. यदि आप EMI को समय पर चुकाने रहे तो एक दिन आपको बैंक ज्यादा लिमिट का क्रेडिट कार्ड ऑफर करेगा.
#4- क्रेडिट कार्ड की मदद से कमा सकते पैसे
बहुत कम लोगों को पता है हम क्रेडिट कार्ड से पैसे भी कमा सकते हैं. यदि आप जागरूक और इन्वेस्टमेंट में यकीन करने वाले हैं तो आप क्रेडिट कार्ड की मदद से काफी पैसा भी कमा सकते हैं. इसके लिए आपको अलग से किसी प्रकार तामझाम करने की ज़रूरत भी नहीं है.
#5-ब्याज मुक्त क्रेडिट का लाभ
जी हां क्रेडिट कार्ड पर ब्याज मुक्त क्रेडिट भी प्राप्त होता है. इसे एक उदहारण से समझते हैं माना आपका मोबाइल फोन अचानक ख़राब हो गया और मंथ एंड चल रहा है. उस दौरान आपके पास नया फ़ोन खरीदने के लिए पैसे नहीं है लेकिन आपके पास क्रेडिट कार्ड है और आप क्रेडिट कार्ड की मदद से फोन खरीद लेते हैं तो आपको 18 से 50 दिनों का वक्त मिलेगा बिना व्याज के पैसा वापस लौटाने का. इस प्रकार आपको ब्याज मुक्त क्रेडिट का लाभ मिलता है.
#6-कैशबैक और डिस्काउंट्स की भरमार
क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर बैंक भर भर के कैशबैक और डिस्काउंट्स मिलते हैं. यदि आप क्रेडिट कार्ड की मदद से फ्यूल भी भरवाते हैं तो भी आपको फ्यूल सरचार्ज भी नहीं देना पड़ता है.
क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में अंतर (Credit Card Or Debit Card Difference In Hindi)
जब भी हम डेबिट कार्ड से लेनदेन करते हैं तो हम उन पैसों का इस्तेमाल कर रहे होते हैं जो हमारे बैंक अकाउंट में जमा होते हैं. लेकिन क्रेडिट कार्ड के मामले में ऐसा नहीं होता है. क्रेडिट कार्ड का पैसा एक लोन के तौर पर होता है जिसे बैंक द्वारा हमारे खाते में नहीं भेजा गया होता है बल्कि पैसा प्री-एप्रूव्ड लिमिट के तौर होता है और उसी का इस्तेमाल हम करते हैं.
क्रेडिट कार्ड के प्रकार (Types of Credit Card In Hindi)
आप क्रेडिट कार्ड के बारे में बहुत कुछ जान चुके होंगे. अब हम आपको हमारे देश में उपयोग किये जाने वाले अलग-अलग क्रेडिट कार्ड के बारे में बतायेंगे.
#1-ट्रैवल क्रेडिट कार्ड(Travel Credit Card In Hindi)
यह खास प्रकार के क्रेडिट कार्ड होते हैं जिनका इस्तेमाल फ्लाइट बुकिंग, ट्रेन की बुकिंग करने पर एक्स्ट्रा डिस्काउंट और कैशबैक प्राप्त होता है. इसका इस्तेमाल आप घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट बुक करने के लिए कर सकते हैं.
#2-फ्यूल क्रेडिट कार्ड(Fuel Credit Card In Hindi)
इस प्रकार के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल तेल भरवाने के लिए ज्यादा किया जाता है. कार्डधारकों को तेल भरवाने पर डिस्काउंट और कैशबैक के साथ फ्यूल सरचार्ज भी माफ़ होता है. कई क्रेडिट कार्ड तो महीने का 10 लीटर तक फ्यूल भी मुफ्त में देते हैं.
#3-शॉपिंग क्रेडिट कार्ड(Shopping Credit Card In Hindi)
इस प्रकार के क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल आप ऑनलाइन और ऑफलाइन शॉपिंग के लिए कर सकते हैं. स्टोर पर शॉपिंग करने पर भारी डिस्काउंट मिलता है.
#4-रिवॉर्ड क्रेडिट कार्ड (Reward Credit Card in Hindi)
इस प्रकार के क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल पर कार्डधारकों को अन्य कार्ड के मुकाबले ज्यादा रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलते हैं. क्रेडिट कार्ड कंपनियों की तरफ से उन्हें प्रति 100 रूपये खर्च करने पर ज्यादा रिवॉर्ड मिलते हैं.
#5-सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड(Secured Credit Card)
इस प्रकार के क्रेडिट कार्ड में सिक्यूरिटी के तौर पर किसी भी फिक्स्ड डिपाजिट को रखा जाता है. उसके बाद ही कार्ड दिए जाते हैं.
#6- एंटरटेनमेंट क्रेडिट कार्ड(Entertainment Credit Card In Hindi)
इस प्रकार के क्रेडिट कार्ड से मूवी टिकट या एंटरटेनमेंट से जुड़ी कोई भी ऑनलाइन बुकिंग करने पर भारी डिस्काउंट और कैशबैक के साथ रिवॉर्ड पॉइंट्स भी प्राप्त होते हैं.
क्रेडिट कार्ड के नुकसान
अभी तक आप ये तो जान चुके हैं कि क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल के कितने लाभ हैं. अब क्रेडिट कार्ड के नुकसान जानेंगे.
#1- कर्ज के लूप में फंसने का खतरा
अस्कर देखा गया है लोग अपने खाते के पैसे खर्च करने के साथ-साथ क्रेडिट कार्ड का अंधाधुंध उपयोग करते हैं. इस चक्कर में वो क्रेडिट कार्ड की सारी लिमिट खर्च कर देते हैं और क्रेडिट कार्ड की Due Date के वक़्त उनके पास पैसे नहीं होते हैं. फिर वो इधर-उधर से उधार ले लेते हैं. कई बार तो ऐसा भी देखा गया है कि एक क्रेडिट कार्ड की पयेमेंट दूसरे क्रेडिट कार्ड के माध्यम से की जाती है जिससे लोग कर्ज के लूप में फंस जाते हैं.
#2- खर्च करने की क्षमता का बढ़ना
ऐसा देखा गया क्रेडिट कार्ड लोगों की खर्च करने की क्षमता को बढ़ा देता है. यदि आप एक सैलिरिड पर्सन हैं और आपकी मंथली सैलरी 30 हज़ार है तो सभाविक है आपको आपकी क्षमता का दोगुना क्रेडिट लिमिट वाला क्रेडिट कार्ड ऑफर किया जायेगा. फिर आपको ऐसा महसूस होगा जैसे की आपके पास 90 हज़ार रूपये के आसपास पैसा है और आप इसी सोच के साथ महगी चीज़े खरीदना शुरू कर देंगे. जैसे की आप एक्सपेंसिव मोबाइल फ़ोन खरीद लेते है. इसके बाद आप अपनी सलारी का कुछ हिस्सा केवल EMI चुकाने में ही खर्च कर रहे होते हैं. इस प्रकार आप अपनी खर्च करने की क्षमता को बढ़ा देते हैं.
#3- लेट पेमेंट के चक्र में फंसने का खतरा
क्रेडिट कार्ड कंपनियां कभी भी अपने कार्डधारकों को क्रेडिट बिल की डेट के बारे में अपडेट नहीं करती हैं. अगर आपने क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने की डेट याद नहीं रखी तो आपको लेट पेमेंट चुकाना पड़ता है. लेट पेमेंट पर भारी ब्याज वसूला जाता है.
#4 वसूला जाता है 44% से ज्यादा ब्याज
क्रेडिट कार्ड कंपनियां क्रेडिट कार्ड का बिल एक बार में न चुकाने पर मिनियम राशि चुकाने का आप्शन भी देती है. यदि कोई कस्टमर इस आप्शन को चुनता है तो उसे सालना 44% से ज्यादा का ब्याज चुकाना पढ़ सकता है.
#5 डिफॉल्टर होने का खतरा
कई बार लोग मजे और दूसरों की देखा देखी क्रेडिट कार्ड तो बनवा लेते हैं और क्रेडिट कार्ड से खूब खर्च भी करते हैं. लेकिन जैसे ही बिल भरने की बारी आती है उनकी क्रेडिट कार्ड की पेमेंट करने में सक्षम नहीं होते हैं. ऐसे में उनकी EMI या क्रेडिट बिल बार-बार मिस होता रहता है. कुछ समय बाद बैंक उन्हें डिफॉल्टर की केटेगरी में डाल देता है. फिर ऐसे लोगों को भविष्य में लोन मिलने में काफी दिक्कत होती है.
क्रेडिट कार्ड कैसे बनायें
क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए आपको कुछ नहीं करना है. आपको बस उनसे संपर्क करना है जहां आपका सेविंग का खाता है. वो बैंक आपसे कुछ डॉक्यूमेंट मागेगा. आपको वो डॉक्यूमेंट बैंक को देने होंगे. जिसके बाद बैंक आपका सिबिल स्कोर चेक करेगा या आपके खाते में होने वाली मंथली ट्रांजैक्शन के अनुसार आपको बेहतर क्रेडिट लिमिट का क्रेडिट कार्ड दे देगा.
क्रेडिट कार्ड के लिए कितनी सैलरी होनी चाहिए ?
क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए कम से कम आपकी सैलरी 15 हज़ार होनी चाहिए.
क्रेडिट कार्ड में Outstanding Meaning क्या होता है ?
इसका मतलब होता है आपने क्रेडिट कार्ड का कितना बिल और चुकाना है.
क्रेडिट कार्ड में CVV क्या होता है ?
क्रेडिट कार्ड में CVV 3 नंबरों का वो कोड होता है जो आपके कार्ड के पीछे लिखा हुआ होता है.
निष्कर्ष
हमें Credit card Kya Hota hai पूरी तरह से समझाने की कोशिश की है. आपको यह लेख कैसा लगा कमेंट में बताएं यदि कोई और डाउट है तो भी कमेंट करें. लेख अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करें.